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બાપુના પત્રો -૩ કુસુમ બહેન દેસાઈને
प्रकाशक: Navajivan Prakashan Mandir
प्रकाशननी तारीख: October, 1964
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બાપુના પત્રો -૩ કુસુમ બહેન દેસાઈને
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To rejoice in happiness is to invite misery. Real happiness springs from sorrow and suffering.
બાપુના પત્રો -૩ કુસુમ બહેન દેસાઈને: January, 01 1879
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