नंबर | वर्ष | तारीख | जगह | कारण |
१ | १९१२ | जून १६-नवम्बर २० | जोहानिसबर्ग/डर्बन | एक समय का भोजन |
२ | १९१३ | जून २७-२९ | डर्बन/रास्ते में |
एक समय का भोजन (फीनिक्स की शिक्षिका और विद्यालय के छात्रों के दुर्व्यवहार के कारण) |
३ | जुलाई १२-नवम्बर ११ |
जोहानिसबर्ग,डर्बन, फीनिक्स आश्रम |
एक समय का भोजन (फीनिक्स में एक स्त्री और पुरुष के अनैतिक सम्बन्ध के विरोध में ) |
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४ | नवम्बर १२-दिसम्बर ३१ | जेल में | दिन में एक बार आहार लेने का निर्णय लिया जब तक ३ £ का टैक्स निरस्त नहीं होगा | |
१९१४ | जनवरी से मई १ | एक बार आहार लेने का निर्णय ऊपर बताए गए कारण वश | ||
५ | मई २-जून २६ | डर्बन, केप टाउन | आश्रमवासी के वचन भंग करने के प्राश्च्यित में गांधीजी ने व्रत रखा | |
हिंदुस्तान | ||||
१ | १९१५ | जून १ | अहमदाबाद | आश्रम के लड़को में फैले झूठ की वजह से |
२ | सितम्बर ११ | अहमदाबाद |
आश्रम में एक हरिजन परिवार के सम्मिलित करने के विरोध में |
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३ | सितम्बर १२ | अहमदाबाद | आश्रमवासी के बीड़ी पीने के प्राश्च्यित के रूप में | |
४ | १९१६ | मई से जून १२ | अहमदाबाद | गांधीजी की जानकारी के बिना मणिलाल की हरिलाल को वित्तीय सहायता करने के विरोध में तीन दिन का उपवास रखा |
५ | १९१८ | मार्च १५-१७ | अहमदाबाद | अहमदाबाद के मिल मज़दूरों के संकल्प को जारी रखने के लिए |
६ | १९१९ | अप्रैल ६* | बम्बई | स्वाधीनता संग्राम के प्रथम दिन के स्मरण में |
*और उसके बाद हर साल इस दिन | ||||
७ | अप्रैल १३ से १५ | अहमदाबाद |
बम्बई, अहमदाबाद और अन्य जगहों पर अराजकता के विरोध में |
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*और उसके बाद हर साल १३ अप्रैल के दिन | ||||
८ | १९२१ | नवम्बर १९-२१ | बम्बई | बम्बई में दंगों के विरोध में |
९ | नवम्बर २८* | अहमदाबाद | बम्बई के दंगों से व्यथित, हर सोमवार को चौबीस घंटे के उपवास रखने का व्रत जब तक आज़ादी हासिल न हो | |
*और उसके बाद हर सोमवार को | ||||
१० | १९२२ | फरवरी १२-१६ | बारडोली | चौरी चौरा में पुलिस कर्मियों के मारे जाने की वजह से |
११ | १९२४ | सितम्बर १७ से ३० | दिल्ली | हिन्दू मुसलमान कौमी एकता के लिए |
अक्टूबर १ से ७ | ||||
१२ | १९२५ | नवम्बर २४ से ३० | अहमदाबाद | आश्रम के बच्चों में आयी मलीनता मालूम पड़ने पर |
१३ | १९२८ | जून २२ से २४ | अहमदाबाद | आश्रमवासी के अनैतिक व्यवहार से |
१४ | १९३२ | सितम्बर २० से २५ | यरवडा जेल | सांप्रदायिक निर्णय के विरुद्ध |
१५ | ३ दिसम्बर | यरवडा जेल | जेल में साथी कैदी के सफाई कार्य न करने देने के विरोध में | |
१६ | १९३३ | मई ८ से २८ | पर्ण कुटी, पूणे | आत्म शुद्धि के लिए |
१७ | अगस्त १६ से २२ | यरवडा जेल | हरिजन कार्यों के लिये सरकार ने जो सुविधाऐं पहले दी थी बाद में उनकी अनुमति न मिलने के विरोध में | |
१८ | १९३४ | अगस्त ७ से १३ | वर्धा | गांधीजी और सनातनियों के बीच मतभेद होने से पंडित लालनाथ औए आमजन को जो कष्ट पहुंचा |
१९ | १९३९ | मार्च ३ से ६ | राजकोट | राजकोट में ठाकुरसाहेब के वचन भंग करने के विरोध में |
२० | १९४० | नवम्बर १२ से १३ | सेवाग्राम | इस संदेह पर की एक आश्रमवासी ने चोरी की है |
२१ | १९४१ | अप्रैल २५ से २७ | सेवाग्राम | बम्बई और अहमदाबाद में साम्प्रदायिक दंगो के कारण बहत्तर घंटे का उपवास प्रारंभ |
२२ | जून २९ | सेवाग्राम | कौमी एकता के लिए | |
२३ | १९४३ | फरवरी १०-२८ | आगाखान पैलेस,जेल | नेताओं की गिरफ्तारी के बाद सरकार का प्रचार की आराजकता की ज़िम्मेदारी कांग्रेस की हैं इसके विरोध में उपवास किया(भारत छोड़ो आन्दोलन प्रस्ताव पारित होने के बाद) |
मार्च १-२ | ||||
२४ | १९४४ | नवम्बर ३०? | सेवाग्राम |
एक या एक से ज्यादा दिन उपवास करने का सोचा (विवरण और कारण पता नही चल पाए है) |
२५ | १९४६ | अक्टूबर २० | दिल्ली | मुस्लिम लीग से मध्यस्थता के दौरान प्रतिलिपि बनाने में एक गलती होने पर करीब चार दिन का उपवास रखा |
२६ | १९४७ | १५ अगस्त | कलकत्ता | हिन्द के विभाजन के विरोध में |
२७ | सितम्बर १ से ३ | कलकत्ता | कौमी दंगों के विरोध में | |
२८ | अक्टूबर ११ | दिल्ली |
विक्रम संवत् के अनुसार अपनी जन्म तिथि पर उपवास रखा |
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२९ | १९४८ | जनवरी १३ से १६ | दिल्ली | कौमी दंगों के विरोध में |